मेरे जीवन का लक्ष्य पर निबंध।Mere Jivan ka Lakshya Sainik Banna। essay on Mere Jivan ka Lakshya Sainik Banna।
हर एक व्यक्ति का कोई न कोई एक लक्ष्य होता है, जो उन्हें कुछ करने के लिए प्रेरित करता है। मेरा भी एक लक्ष्य है की मैं भी एक भारतीय सैनिक बन । मैं अपनी भारत की सेना का सैनिक बनकर अपने देश की सेवा करना चाहता हूँ। मैं खूब पढ़ाई तथा मेहनत करके मैं भारतीय फौज में जाना चाहता हूँ और देश की तन, मन और धन के साथ सेवा करना चाहता हूँ।
मैं देश की सेवा के लिए खुद की कुर्बानी भी दे सकता हूँ। देश के लिए जान दे भी सकता हूँ और ले भी सकता हूँ। मै देश की सेवा करना सबसे बड़ा धर्म मानता हूँ। मै ईमानदारी से देश की रक्षा करना चाहता हूँ। देश मे बैठे गद्वारी को मै सबसे पहले मे उन्हें भगाना चाहूँगा । देश की आंतरिक व बाह्य सुरक्षा करना हम देशवाशियों का धर्म ही नहीं बल्कि कर्तव्य भी है।
में मेरे करियर मे ऐसा करना चाहता हूँ। जिससे मेरा और मेरे गाँव का सम्मान हो। हमारी तस्वीरे किताबो में छपे और आगे वाली पीढ़िया भी पढ़ कर कुछ देश की सेवा में योगदान देदेंगे। मै हर समय ये सपना देखता हूँ। किसी ने मेरे देश के लिए बहुत अच्छी पंक्तिया लिखी है। देश हमें देना सीखें। पथिकों को तपती दुपहर में, पेड़ सदा देते हैं छाया, सुमन सुगंध सदा देते हैं, हम सबको फूलों की माला औरों का भी हित हो जिसमें, हम ऐसा कुछ करना सीखें।