Hamara vidyalay swachh vidyalay nibandh।mera vidyalaya swachh vidyalaya essay in hindi।

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एक स्वस्थ जीवन जीने के लिए स्वच्छता बहुत जरूरी है। स्वच्छ माहौल में इंसान ताजगी और शांति महसूस कर्ता है। विद्यार्थी जीवन में ज्यादातर समय विद्यालय में व्यतीत होता है, ऐसे में विद्यालय का भी स्वच्छ होना बहुत जरू जरूरी है। क्योंकि विद्यालय भी तो मंदिर के समान ही है, यह ज्ञान का मंदिर है, माँ सरस्वती का मंदिर है। ऐसे में जब हम मंदिरों की सफाई रखते हैं, तो विद्यालय की भी सफाई रखनी चाहिए।

विद्यालय साफ रहेगा तभी बच्चों का पढ़ाई में मन लगेगा और बच्चे स्वस्थ रहेंगे। इसके लिए विद्यालय के शिक्षकों का कर्तव्य है कि वह बच्चों को हमेशा से ही स्वच्छता के महत्व को बताएं ताकि बच्चे वर्कर का सहयोग करें और विद्यालय को स्वच्छ रखें।

इसके अतिरिक्त विद्यालयों के प्रिंसिपल को भी विद्यालय को साफ-सुथरा रखने में सहयोग देना चाहिए । निरंतर कुछ सालों में विद्यालयों को पेंट करवाना चाहिए ताकि विद्यालय साफ सुथरा और आकर्षक दिखें। इसके अतिरिक्त विद्यालय के आसपास पेड़ पौधे जरूर लगाने चाहिए और बच्चों को भी पेड़ पौधे लगाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।

पेड़-पौधे से वातावरण साफ सुथरा होता है और ज्यादा से ज्यादा ऑक्सीजन मिलता है। समय समय पर विद्यालय के द्वारा स्वच्छता अभियान चलाना चाहिए, जिसमें सभी बच्चों को भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए । विद्यालय में प्रत्येक क्लास में डस्टबिन की सुविधा होनी चाहिए और बच्चों को इधर-उधर कचरा ना फेंककर डस्टबिन में ही कचरा फेंकने का निर्देश देना चाहिए।

आजकल बहुत खतरनाक खतरनाक बीमारी फैल रही है और बच्चे इन बीमारियों के बहुत जल्दी शिकार हो जाते हैं। इसीलिए विद्यालय का माहौल हमेशा साफ सुथरा होना चाहिए। क्योंकि बचे अपना ज्यादा समय विद्यालय में बिताते हैं। विद्यालय के शिक्षक बच्चों के अभिभावकों को भी स्वच्छता के महत्व के बारे में बता सकते हैं ताकि वे अपने घरों में भी स्वच्छता रखें।

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